अधिकतर ब्रोकरेज फर्म्स का मानना है कि दिसंबर तिमाही के नतीजे कमजोर रहे, लेकिन सीएलएसए के अनुसार, ये उम्मीद से बेहतर रहे।
सीएलएसए द्वारा कवर की गई कंपनियों में से 30% के नतीजे उम्मीद से बेहतर, 46% के नतीजे कमजोर रहे।
सीएलएसए का कहना है कि 9 तिमाहियों के बाद अर्बन प्लेयर्स के प्रॉफिट बिफोर टैक्स (PBT) पॉजिटिव हो गए, रूरल प्लेयर्स के नतीजे भी बेहतर रहे।
निफ्टी 50 के अच्छे नतीजों के बावजूद, कई ब्रोकरेजेज ने निफ्टी 50 के EPS में 3% की कटौती की।
निफ्टी 50 की ग्रोथ में भारती एयरटेल, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस, हिंडालको ने योगदान दिया, जबकि कोल इंडिया और टाटा मोटर्स ने झटका दिया।
सीएलएसए ने वित्त वर्ष 2026 में 18% स्टॉक्स को अपग्रेड और 63% को डाउनग्रेड किया।
सीएलएसए ने डीएलएफ, मुथूट फाइनेंस, और ओएनजीसी को अपग्रेड किया।
सीएलएसए ने जोमैटो, पीवीआर, आईनॉक्स और बंधन बैंक को डाउनग्रेड किया।
सीएलएसए ने गुजरात पेट्रोनेट और डॉ रेड्डीज लैब्स के रेटिंग में कटौती की।